Best poems on rain in Hindi आसमान की बेला पर चंचल मौसम मुसकाए, बादल गरजे, बिजली…
कहता है मेरा मन
कहता है जहान कि तेरा कोई किनारा नहीं तेरे अंदर न कोई ज्वलंत रोशनी है, इस…
इश्क़ – लैला की ज़ुबानी
मजनू के जाने पर लैला के दिल का आलम कुछ इस तरह बयां होता है कि सूनी राहों पे चलते – चलते वो अपने आप से कहती है… धुंधली-सी उसकी तस्वीर ही तो बस अपनी थी, मिट गयी वो भी जैसे ही आँखें झपकी थी |…..
मैं कौन हूँ
लकड़ी की उस टूटी चौखट से सर्दी की धुँधली-सी ओस से मैने उजला सूरज देखा जब…
रंग
न जाने रंगों का क्या महत्त्व है… रंग जैसे ज़िन्दगी का एहसास है, या फ़िर उम्र…
तन्हाई का सफ़र
संग तुम्हारे जो लम्हे जिये यादों में बस उनको रखना होगा तुम बिन…
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