बारिश
Best poems on rain in Hindi
आसमान की बेला पर
चंचल मौसम मुसकाए,
बादल गरजे, बिजली तरजे,
ठंडी हवा बहती जाये |
अनंत राग जब प्रकृति का लाकर,
हवा गीली मिट्टी की खुशबू संग लाये,
नाचती-गाती इस घाटी मे
क्या अद्भुत हरयाली छाए |
रंग बिरंगे फ़ूल पेड़ों पर खिले,
खेत नयी फसले उपजाए |
नदिया भी नाचती चली,
पानी उसका शोर मचाए |
कल-कल बहता झरना गूंज रहा,
अंबर के सुर से सुर मिलाये |
पंछियों की चहचहाहट धीमी -धीमी
कानों में मधुर रस घोल जाये |
बच्चे भी तैयार खड़े हैं,
कागज़ की कश्ती हाथों मे लिए,
मोर भी आया स्वागत को देखो,
‘नृत्य करे अपने सुंदर पंख फैलाये |
घने बादल मिल-जुलकर
कैसे-कैसे विचित्र आकार बनाएँ |
एक संदेश एकता का मानो
ये काले साँय भी दे जाएँ |
मिट जाये सारी चिंता,
मन मे नयी ताज़गी आए |
जब भी यह बारिश की बूंद
पृथ्वी का कण-कण महका जाये |