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Poems

अच्छा लगता है

अच्छा लगता है

यूँ तो अंधेरे से कोई बैर नहीं पर आकाश की गगरी से छलकती सुनहरी धूप की बारिश में गीला होना अच्छा लगता है। मन की व्याकुलता स्वभाविक है फिर भी

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