पुराना रिश्ता
Best romantic poems in Hindi
वो लम्हा बहुत सुहाना था
जब मेरे हाथों में उनका हाथ था
पर रास्ता अभी बहुत बड़ा था
सफ़र भी मेरे अकेले का था
कुछ दूर अभी और चलना था
इस वक़्त को अभी और समझना था
वो समझे कि हम बदल चुके हैं
हमें तो बस अपनी किस्मत को बदलना था
अब कहते नहीं हम कुछ होंठों से
बस दिल से उन्हें याद करते हैं
वो खुश रहें, आबाद रहें
बस यही दुआ हर बार करते हैं।
उन पलों से मेरी यादों का
घरोंदा सजता है
आगे बढ़ने का साहस भी मिलता है
इतना बहुत होता
तो कुछ मुश्किल न होता
पर ख़ामोशी कुछ लंबी हुई जब
फ़िर आवाज़ सुनने की चाह उठी
इंतज़ार अभी उनका भी कायम था
मानो ज़िन्दगी ठहर सी चुकी हो
वो पुकार एक मौका था जैसे
फिर से संग चलने का
एक दूजे की बातों में
बाकी सब कुछ भूल जाने का
पर क्या ये अब मुनासिब था?
मुझे तो अभी और चलना था
इस वक़्त को अभी और समझना था
इसी असमंजस से जूझते हुए
मैने हाथ बढ़ाया ही था कि..
धीमे से मुस्कुरा के
वो ओझल हो चुके थे
जो उस समय मैं नही समझा सकी
शायद वो अब समझ चुके थे ।