Poems

Poems, Poems in Hindi

जानेमन

बात-बात पे नौक- झौक जो अक्सर करते हैं वो अक्सर करते हैं वो चुपके-चुपके एक दूजे की फ़िक्र किया करते हैं। नज़र न लग जाये कहीं उनकी मोहब्बत को